पीएम मोदी और नेतन्याहू ने की समुद्री सुरक्षा पर हूती खतरे पर चर्चा।
इज़राइल की तरफ से एक आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को लाल सागर में बढ़ते जहाजों पर ईरान समर्थित हुथी विद्रोहियों के हमलों की समुद्री सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताओं पर चर्चा की।
इसी महीने 13 दिसंबर को हूती विद्रोहियों ने वाण्जियक जहाज को निशाना बनाया और जहाज पर 2 मिसाइल हमले किये। ये जहाज भारत से स्वेज नहर की तरफ जा रहा था ।
दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच भारत से मजदूरों को इजराइल भेजने के प्रस्ताव पर आगे बढ़ने पर भी चर्चा की क्यूंकि 7 अक्टूबर को शुरू हुए युद्ध के बाद से थाईलैंड और अन्य विदेशी श्रमिकों की संख्या में भारी गिरावट देखी गई है।
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हमास ने 7 अक्तूबर को इजराइल पर किए थे रॉकेट हमले
जानकारी के लिए बता दें कि हमास की ओर से 7 अक्तूबर को किए गए ताबड़तोड़ रॉकेट हमले के बाद से इस्राइल ने जवाबी हमले शुरू किए थे। हमास द्वारा किये गए हमले में लगभग 1400 से अधिक इसराली नागरिको की मौत हो चुकी है जिसके जवाब में इजराइल द्वारा किये गए जवाबी हमले में अब तक करीब 20,000 फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है।
भारत ने हमास के आतंकी हमले की कड़ी निंदा की थी
घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है, जब इजराइली हमले में तीन बंधकों की मौत के बाद उस पर संघर्षविराम के लिए दबाव बढ़ रहा है। हालांकि, अमेरिका की तरफ से समर्थन बढ़ने के बाद इजराइल ने हमास के खिलाफ हमले तेज कर दिए हैं। भारत इस मामले में तनाव कम करने और फलस्तीन मुद्दे के द्विराष्ट्र समाधान की दिशा में सीधी शांति वार्ता जल्द बहाल करने की बात कह चुका है। भारत ने हमास के आतंकी हमले की कड़ी निंदा की थी।